हेलमेट
सिर
आपका जान आपकी
पर फिर
भी हमें फ़िक्र आपकीफिर भी न पहनो तो मर्ज़ी आपकी
फिर ये न कहना कि पहले क्यों नही बताया
चालान घर आयेगा तब चेतेगा ज़माना
क्योंकि हमने ही है आदत बिगाड़ी
नियम तोड़ने के लिये बनायी
नियम को मानना है और पालन करना है
तो आज हम अपने लिये और आपनों के लिये
हेलमेट पहने ये आग़ाज़ करते है
और ओरों के लिये आर्दश बनते है
और देश की तरक्की में सहयोग करते है
तभी देश तरक्की करेगा
और हम आदर्श देश के नागरिक बनेंगे
२६.२.१७
साधना शर्मा
CEO
MLC COMPUTERS COLLEGE
KORBA
No comments:
Post a Comment