अमेरिका की अद्वितीय द्वितीय यात्रा
सुरभि सचिन के साथ हमने दो महीने बीतायें
हर पल हमारे सफ़र का इंतज़ाम किये
और कोई भी तकलीफ़ नही होने दिये
बच्चों के जैसे मनाना रुठना
पल पल का ख़्याल रखना
कभी हमारा उन के लिये ज़िद्द करना
और कभी न खाने का ठान लेना
सबको लेकर चलना और
फिर भी खुश रहना
हमारा ख़्याल बच्चों की तरह रखना
आइलैंड से शोरलाइन तक
पार्क से लेकर बीच तक
छप्पा छप्पा घुमा दिये
इस तरह से ख़ास तोहफ़ा दिये
वेगास का सफ़र था अनोखा
वहॉ हर तरफ था धोखा
जीने का तरीक़ा वही से सीखा
हर पल को ख़ूब जिया
बहुला चौथ हलषष्ठी जन्माष्टमी तीज गणेश सभी मनाये
हर त्यौहार में मंदिर में भजन कीर्तन भी गाये
सबसे ख़ास मेरा जन्मदिन का उत्सव मना
सोनू निगम आतिफ़ का कनसंर्ट रहा
अपने आप मे एक अलग अनुभव लगा
वो ओरेकल का स्टेडियम का भव्यता
सचिन का सबसे बडी उदारता
और सुरभि का वह अनोखा उपहार
अचानक से वो सोने की अँगूठी का प्यार
मन तो बहुत रोमांचित हुआ
दिल से निकली ढेर सारी दुआ
ऐसा मज़ा मस्ती को न कभी हम भूल पायेंगे
देश विदेश की यात्रा बहुत कुछ जीवन जीना सीखायेंगे
पैसा सब कुछ नही है पर पैसा बिना भी जीवन नही है
सचिन का ह्रदय विशाल बना हम सब में बेमिसाल
कभी चेहरे पर कोई शिकन नही आयी
किसी बात की नही की बुराई
३०.९.१७
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