जीवन रक्षक
आओ लगाये एक पेड कर ले जीवन में कार्य नेक
पेड़ दे जीवन को साँस और ये है भोजन की आसतरु की छॉव से पथिक को हो सुख का एहसास
न हो पेड़ पौधे , तो जीवन होगे दूर हमसे
ये जीवन रक्षक और कवच है जीवन के
जो धूल धूप से करती रक्षा और देती जीवन सुरक्षा
ये देते सुरक्षा बिना किसी अपेक्षा
हरियाली करती सबका मन हर्षित
पेड़ से हम सीखे जीवन दान करना वह भी निस्वार्थत
फिर भी हम अपने मतलब से उसे काटते और घरों को सजाते
कितना बड़प्पन है , कि फिर भी हमारे आगे नतमस्तक है
बस हम सब लगाये एक पेड़ , यही करते आशा आप सबसे
न कभी हम एक पाई देते पर वो देता है जीवन हमें
कभी तो अपने लिये सोच, लगाये एक पेड़
हमारे जाने के बाद भी होंगी हमारी यादें ,होगी हमारी यादें !
स्वरचित
साधना शर्मा
२५.३.१७
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