मेरा सपना
एम एल सी २३ वर्ष का युवा हो गया संघर्षो का मिसाल है
हज़ारों हज़ार सफल शिष्य दिये ये ख़ास हैइस संस्था को बच्चों की तरह बढ़ा किया
तभी तो यह यौवन की दहलीज़ पर खड़ा हुआ
इसे हमने साधना संघर्ष और सश्रम से सींचा
और राष्ट्रपति भवन तक सफलता दिलाया
गॉव से लेकर अमेरिका में है इस संस्था के शिष्य
टाटा मोटर्स से लेकर आई बी एम तक नाम का डंका
ज़िला कार्यालय हो या गुगल सब जगह हमारे धुरंधर
हमें ज़रूरत पड़ी तो छत्तीसगढ़ी भाषा में भी पढ़ाये
इनके लिये हिन्दी में किताब लिखे और काम आसान किये
कोरबा में कम्प्यूटर का पर्याप बना और
लड़कियों को कम्प्यूटर शिक्षित किया
सपना है कि हमारा देश डिजिटल इंडिया बने,
इसके लिये हमें कुछ भी करना पड़े
ये देश हमारा है , इसके हम कुछ काम आये ये हमारी शान है
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