उरी से
नींद उड़ी
नाम तो शरीफ़ों के नवाब है
पर काम तो शराफ़त के उस पार है
मोदी जी ने कई तरह से सहिष्णुता दिखायी हर पल
नाम तो शरीफ़ों के नवाब है
पर काम तो शराफ़त के उस पार है
मोदी जी ने कई तरह से सहिष्णुता दिखायी हर पल
आपको अपना
बनाने की कोशिश लगायी
पर शरीफ़ जी आपकी शराफ़त हमें
कही भी नज़र नही आयी
पाकिस्तान को आपने धोके से लिया
अभी भी आपके अंदर एक खोट भरा
तो सुन लो न देंगे हम कश्मीर
चाहे कितनी भी कर लो मनमानी
आपकी हर तरफ हो रही किरकिरी
सभी आप से दुखी अफ़ग़ानिस्तानी हो या बलूचिस्तानी
इस तरह से आप सबके नज़रों से गिरे
आपके नापाक मनसूबे अब नही होंगे पूरे
हमारा मज़हब नही सिखाता आपस में बैर रखना
पर आपका पाक स्थान सिखाता है आपस मे बैर रखना
१८ सैनिकों ने अपने वतन के ख़ातिर अपनी जान गवॉ दी
उनकी शहादत पर हम शीश नवाते है
यह ग़द्दारी न हम पायेंगे भूल सबकी बद दुआ हो क़बूल
क़सम लेते है कि कश्मीर तो क्या
उसकी धूल भी न छूने देंगे
और तुम्हारी सीना चीर देंगे
हम भी क़सम लेते है कि नही देंगे कश्मीर वतन
चाहे जो भी कर लो जतन
तुमने ये क्या किया अंतराष्ट्रीय शांति दिवस के एक दिन पूर्व तूने ये वार किया
अंतराष्ट्रीय शांति दिवस पर एक शपथ लो,
कि अब न बहेगा ख़ून किसी का,
यदि आप की मंसा यही है कि ख़ून के बदले ख़ून तो
तो अब हम भी तैयार है,
कायर छिप कर वार करने से बेहतर है कि,
आ युद्ध के लिये ललकार .....आ युद्ध के लिये ललकारपर शरीफ़ जी आपकी शराफ़त हमें
कही भी नज़र नही आयी
पाकिस्तान को आपने धोके से लिया
अभी भी आपके अंदर एक खोट भरा
तो सुन लो न देंगे हम कश्मीर
चाहे कितनी भी कर लो मनमानी
आपकी हर तरफ हो रही किरकिरी
सभी आप से दुखी अफ़ग़ानिस्तानी हो या बलूचिस्तानी
इस तरह से आप सबके नज़रों से गिरे
आपके नापाक मनसूबे अब नही होंगे पूरे
हमारा मज़हब नही सिखाता आपस में बैर रखना
पर आपका पाक स्थान सिखाता है आपस मे बैर रखना
१८ सैनिकों ने अपने वतन के ख़ातिर अपनी जान गवॉ दी
उनकी शहादत पर हम शीश नवाते है
यह ग़द्दारी न हम पायेंगे भूल सबकी बद दुआ हो क़बूल
क़सम लेते है कि कश्मीर तो क्या
उसकी धूल भी न छूने देंगे
और तुम्हारी सीना चीर देंगे
हम भी क़सम लेते है कि नही देंगे कश्मीर वतन
चाहे जो भी कर लो जतन
तुमने ये क्या किया अंतराष्ट्रीय शांति दिवस के एक दिन पूर्व तूने ये वार किया
अंतराष्ट्रीय शांति दिवस पर एक शपथ लो,
कि अब न बहेगा ख़ून किसी का,
यदि आप की मंसा यही है कि ख़ून के बदले ख़ून तो
तो अब हम भी तैयार है,
कायर छिप कर वार करने से बेहतर है कि,