सुरभि का जन्मदिन
आज से २९ साल पहले एक नन्ही परी का जन्म हुआ तब मै २४ की थीदिन था शनिवार और समय ११ बजे दोपहर
प्यारी सी बेटी का जन्म हुआ अति ख़ूबसूरत गोरी सी प्यारी सी
मुझे पता नही था कि बेटी होगी
पर मैंने बहुत सारे क्रोशिये से ऊन का फ्राक बनायी और सिलाई की
भगवान ने मुझे बेहद प्यारी सी गुडिया दी
उसे गुडिया की तरह सजाती सँवारती प्यार करती
और कुछ ख़ास तरह से उसकी परवरिश की
बालों को सँवारती और चोटी बनाती तो कभी बालों को काट कर माडल बनाती
जैसे वो मेरे लिये कोई गुडिया थी अच्छे अच्छे कपड़े पहनाती और जी भर सजाती
उससे बातें करती पर वो कुछ कह नही पाती
बहुत दिनों तक बातें सुनी फिर बोलना सीखी
फिर धीरे धीरे चलना सीखी और पढ़ना तो अपने से सीखी
उसे भी गुडिया का बहुत है शौक़
फिर कमलनी स्कूल मे पढ़ने गयी उसे स्कूल भेज मै भी कम्प्यूटर सीखी
और इस तरह से तीन साल कमलनी में पढ़ने के बाद केन्द्रीय स्कूल में अायी
स्कूल की सारी बात साझा करती मेरे साथ ये सब करती जैसे वो मेरी है सहेली
फिर धीरे धीरे सीढ़ी दर सीढ़ी आगे बढ़ी और हाई स्कूल की पूरी की पढ़ाई
हायर सेकेण्डरी बाहर विशाखापट्टनम चली वहॉ स्कूल की ख़त्म की पढ़ाई
अब बारी आयी कैरियर की तो चुनी पढ़ाई दाँतो के डाक्टर की