कैसे संस्थान एक एक पायदान से होते हुए पच्चीसवें पायदान पर पहुँच गयी याने कि अपने रजत जयंती की ओर । लगता है कि कल की ही बात है , जब हम एक किराये के कम्प्यूटर से आज अच्छा ख़ासा ८० कम्प्यूटर के लैब के साथ समाज को डिजिटल बनाने में अपना योगदान दिये है। सच अब तक बहुत से बच्चों को कम्प्यूटर साक्षर करने में सहयोग प्रदान किया साथ ही साथ रोज़गार से जोड़े , चाहे वह क़स्बा हो गॉव हो या ज़िला पंचायत हो या जनपद हो या बडे शहर से लेकर विदेश तक हमारे पढ़ाये हुए विद्यार्थी रोज़गार कर रहे है। मुझे फक्र है कि मेरे विद्यार्थी आज अपना व्यवसाय भी कर रहे है और स्टैण्ड अप इंडिया को साकार कर रहे है। बस इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हम चाहते है कि हमारे २५ साल में पढ़े सारे विद्यार्थी जहॉ कही भी हो ६ और ७ जनवरी को २०१८ को अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर , एक बार पुरानी यादों को ताज़ा कर साझा करे । आप सभी अपनी सहमति के लिये अंगूठे का निशान डाले ताकि आप सब को किसी तरह की असुविधा न हो। यदि किसी कारणवश न आ पाये तो कुछ अच्छी बातें यादें वीडियो या आवाज़ के माध्यम से हमें अपनी बातें जरुर साझा करे। चूँकि आप सब का नम्बर हमारे पास नही है इसलिये इसे आप सब अपना आमंत्रण पत्र मानें और मुझे पूरी उम्मीद ही नही पूरा विश्वास है कि सभी इस कार्यक्रम में जरुर सिरकत करेंगें।
तुम सब की साधना शर्मा
20 /12/17
तुम सब की साधना शर्मा
20 /12/17
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